Pradosh Vrat 2024: शिव चालीसा का पाठ करते समय न करें ये गलतियां, शिव महाराज हो सकते है नाराज
Pradosh Vrat 2024: सनातन धर्म में भगवान शिव को त्रयोदशी तिथि बहुत प्रिय है। प्रदोष व्रत इस शुभ तिथि को किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन शिव चालीसा का पाठ करते समय कुछ गलतियों को भूलना नहीं चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को जीवन में भगवान शंकर की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है और कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि शिव चालीसा पढ़ते समय किन गलतियों से बचना चाहिए?

Pradosh Vrat 2024: न करें ये गलतियां
शिवचालीसा के पाठ के दौरान किसी के बारे में गलत न सोचें।
इसका पाठ करते समय शरीर और मन की स्वच्छता का ध्यान रखें।
गंदे और काले कपड़े न पहनें।
शिव चालीसा का पाठ करते समय बीच में न रुकें। इसे लगातार पढ़ें।
पूजा से पहले और बाद में तामसिक भोजन का सेवन न करें।
घर और मंदिर को गंदा न रखें।

Pradosh Vrat 2024
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 28 नवंबर को सुबह 06:23 बजे शुरू होगी। इसका समापन अगले दिन यानी 29 नवंबर को सुबह 08 बजकर 39 मिनट पर होगा। इस तरह 28 नवंबर को मार्गशीर्ष मास का पहला प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 05:24 बजे से रात 08:06 बजे तक है।
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अगर आप वैवाहिक जीवन को सुखी बनाना चाहते हैं तो प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें और मां पार्वती को सोलह श्रृंगार का भोग लगाएं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से पति-पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता है।