Sunday, April 6, 2025
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Saphala Ekadashi 2024: इन 2 योग में मनाई जाएगी सफला एकादशी

Saphala Ekadashi 2024: इन 2 योग में मनाई जाएगी सफला एकादशी

Saphala Ekadashi 2024: सफला एकादशी हर साल पौष मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन मनाई जाती है। यह त्योहार ब्रह्मांड के संरक्षक विष्णु के सम्मान में है। इस शुभ दिन पर लक्ष्मी नारायण की पूजा की जा रही है। मनचाहा वर पाने के लिए भी एकादशी का व्रत रखा जाता है।

एकादशी तिथि के शुभ दिन पर, साधक पूरी श्रद्धा के साथ लक्ष्मी नारायण के उद्भव की पूजा करते हैं। ज्योतिषियों का कहना है कि सफला एकादशी (Saphala Ekadashi 2024 Yog) पर, सुकर्मा और शिववास योग का एक अनूठा संयोजन बन रहा है। इन योगों के माध्यम से यदि साधक भगवान विष्णु की आराधना करता है तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। आइए जानें इसके बारे में सबकुछ-

Saphala Ekadashi 2024: इन 2 योग में मनाई जाएगी सफला एकादशी
Saphala Ekadashi 2024: इन 2 योग में मनाई जाएगी सफला एकादशी

सफला एकादशी का शुभ मुहूर्त

25 दिसंबर को पौष मास के शुक्ल पक्ष के वैदिक पंचांग अनुसार एकादशी तिथि रात 10 बजकर 29 मिनट से शुरू होगी। पौष एकादशी तिथि का समापन 27 दिसंबर को सुबह 12:43 बजे होगा। सनातन धर्म में तिथि की गणना सूर्योदय के बाद की जाती है, यानी जब सूर्य उगता है। इसलिए सफला एकादशी 26 दिसंबर को रखी जाएगी। साधक 26 दिसंबर

को सफला एकादशी का व्रत रख सकते हैं साथ ही 27 दिसंबर को सफला एकादशी का व्रत तोड़ा जा सकता है। 27 दिसंबर को साधक व्रत तोड़ने के लिए सुबह 07:12 बजे से 09:16 बजे के बीच पूजा करने के बाद भोजन दान कर सकते हैं।

Saphala Ekadashi 2024: इन 2 योग में मनाई जाएगी सफला एकादशी
Saphala Ekadashi 2024: इन 2 योग में मनाई जाएगी सफला एकादशी

Saphala Ekadashi 2024: शुभ योग

पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को सुकर्मा योग बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार सुकर्मा योग को बहुत शुभ माना जाता है। इस योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को वह सब कुछ मिलेगा जो वह चाहता है। इसके साथ ही सुकर्मा योग में काम करने से सफलता की संभावना भी बढ़ जाती है। सुकर्मा योग का समापन सफला एकादशी

10:24 बजे के बाद होगा। केवल यही योग ही नहीं, शिववास योग का दुर्लभ संयोग भी बन रहा है। तब देवताओं के देव महादेव जगत की देवी मां पार्वती इसी दिन कैलाश में विराजमान होंगी। इस समय भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से उनकी पूजा करने वाले व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होगी। इससे सुख-भाग्य का विस्तार होगा।

Sunrise — 07:12 AM

Sunset – 05:32 pm

Full Moon: 03:48 (27 November) – Brahma Bela

Moonset – 01:52 PM

Brahma Muhurta — 05:23 am to 06:17 am

Vijay Muhurat from 02:05 pm to 02:47 pm

Twilight time – 05:29 PM – 05:57 PM

Nishita Muhurta – 11:55 PM to 12:49 AM

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